Damodar lila Book
Damodar lila Book
In order to give pleasure to his devotees, Shri Krishna performs many adorable "leelas (Pastimes)".It is a divine childhood "Leela" named "Damodar Leela" of Krishna.Damodar Leela happened on the day of Deepawali in Kartik month. In this, Mother Yashoda punish Sri Krishna by tying with mortar. All humans should sing the prayer called "Damodarashtakam"sung by Satyavrat Muni as it attracts "Lord Shri Damodar."This"Digdarshini" commentary inaugurates the secret behind the divine pastimes of Lord Sri krishna.
In this book whole Damodar Leela has been described.
In two languages book is available,English and Hindi.
अपने भक्तों को प्रसन्न करने के लिए, श्री कृष्ण कई मनमोहक "लीलाएँ" करते हैं। यह कृष्ण की दिव्य बचपन की "लीला" है जिसका नाम "दामोदर लीला" है। दामोदर लीला कार्तिक माह में दीपावली के दिन हुई थी। इसमें माता यशोदा श्रीकृष्ण को ओखली से बांधकर दंडित करती हैं। सभी मनुष्यों को सत्यव्रत मुनि द्वारा गाई गई "दामोदराष्टकम्" नामक प्रार्थना गानी चाहिए क्योंकि यह "भगवान श्री दामोदर" को आकर्षित करती है। यह "दिग्दर्शिनी" टीका भगवान की दिव्य लीलाओं के पीछे के रहस्य का उद्घाटन करती है। श्री कृष्ण।
इस पुस्तक में संपूर्ण दामोदर लीला का वर्णन किया गया है।
पुस्तक दो भाषाओं में उपलब्ध है, अंग्रेजी और हिंदी।